Karj me fanse hain bahar kaise nikle. credit card karj se bahar Kaise nikle. karza cukana loan repayment tips repay. कर्ज उतारना है कर्ज उतारने के टिप्स
जानिए, कर्ज उतारने के टिप्स
अगर हम बात कर्ज की करे तो हर दूसरा व्यक्ति कर्ज में डूबा हुआ है। एक बार कर्ज लेने के बाद लोग इसे अदा नहीं कर पाते है, क्युकी आजकल की लाइफ स्टाइल ही कुछ ऐसी हो गयी है। हमने देखा है कुछ लोगों को जिन्होंने लोन लिया है, क्रेडिट कार्ड यूज करते है, एक नहीं दो-दो क्रेडिट कार्ड यूज करते है। फिर वो बहुत परेशान रहते है। आप लोग ऐसी परेशानियों से कैसे बाहर निकले इसके लिए हम आपको कुछ टिप्स शेयर करते है, जिससे आपको काफी मदद मिलेगी।
इनकम के श्रोत बढ़ाएं
व्यक्ति चाहे जॉब वाला हो या डेली बेसिस पर काम करने वाला । उसे अपनी इनकम को बढ़ाने के लिए पार्ट टाइम काम करके या कोई भी छोटा सा साइड बिजनिस करके अपनी इनकम को बढ़ाने पर जोर देना चाहिये। आजकल बहुत से ऑप्शन उपलब्ध है। जैसे कि आप ट्यूशन पढ़ा कर, LIC का काम करके, यूट्यूब पर वीडियोस बनाकर या ब्लॉग्गिंग करके जो भी आपके उपयुक्त काम हो आप करके अपनी इनकम बढ़ा सकते है।
परिवार में यदि कोई ऐसा व्यक्ति है जो नहीं कमा रहा है, उन्हें भी जॉब आदि करके आमदनी बढ़ानी चाहिए।
महगें कर्जो को पहले अदा करें
हमें सबसे पहले उन कर्जों से मुक्ती लेनी होगी जिसमें ब्याज दर बहुत ज्यादा है। इस तरह के कर्ज में क्रेडिट कार्ड का बकाया,पर्सनल लोन, आदि शामिल है। क्रेडिट कार्ड के बकाया राशि पर लगभग 40 फीसदी की दर से ब्याज वसूला जाता है ,किसी भी निवेश पर इस प्रकार के रिटर्न्स पैदा करना शायद ही मुमकिन होगा, इसलिए अच्छा है की ऐसे कर्जों को परिवार के किसी सदस्य से सहायता लेकर या सोना आदि बेचकर ख़त्म कर दिया जाये। ऐसे में परिवार के सदस्यों से आर्थिक परेशानी को छुपाना भी बड़ी समस्या बन जाती है,इसलिए हमें परिवार और नजदीकी मित्रों के साथ जुड़े रहना चाहिए और ब्याज मुक्त कर्ज हासिल करने की कोशिश करें।
खर्चे कम करें
जब भी कोई व्यक्ति महीने में जो भी एक्सपेंस (खर्चे ) करता है, तो ये वो खुद तय नहीं करता कि मुझे अपनी इनकम के हिसाब से खर्चे करना है, जबकि वो जहां भी रह रहा होता है या ये कहें की वो जिस सोसायटी में रहता है, वहां की लोकेलिटी या वहां के लोग ये डिसायड करतें है की आप किस तरह का जीवन स्तर जियेंगे। क्योंकि आप जहां रहतें है उसी की सोसायटी के हिसाब से आपको अपने बच्चों की पढाई ,कपड़े, खान-पान का स्तर आदि का चुनाव करना होता है।
इसके लिए आपको अपनी लोकेलिटी को अपनी इनकम के हिसाब से चुने तो बेहतर होगा या हो सकता है के आपको शहर भी बदलना पड़े। शायद अभी आप मुंबई जैसे शहरों में रहते हों वहां का रूम किराया ज्यादा होता है, बच्चों की पढ़ाई बहुत महंगी होती है, इसलिए यदि आप शहर बदलेंगें तो आपके लिए ये सुविधाजनक होगा। छोटे शहरों में रूम किराया और बच्चो की पढ़ाई भी कम पैसों में हो जाती है।
जब आपकी इनकम बढ़ेगी और खर्चे कम होंगें तो आप आसानी से अपने कर्जों को अदा कर सकते है। इस प्रकार से आप जल्दी ही अपने कर्जों से मुक्ति पायेंगें और एक आसान जिंदगी का लुफ्त उठा सकेंगें।